राकेश धर द्विवेदी II नीले आकाश में बादलों और सूरज के बीच ट्वेंटी-ट्वेंटी का मैच चल रहा था। कभी...
कहानी/लघुकथा
महानगर का जीवन दर्शन
राकेश धर द्विवेदी II वातानुकूलन से कुछ अधिक महसूस हो रही ठंडक ने उसे कंबल खींचने पर मजबूर किया।...
उसे थी राम की प्रतीक्षा
राधिका त्रिपाठी II उसकी लाश लाल रंग की साड़ी में लिपटी हुई थी। आधा बदन जस का तस दिखाई दे रहा था।...
उपेक्षिता बन कर रह गई वो
राधिका त्रिपाठी II मोही अर्थात मोह लेने की अदा। जैसा नाम वैसी ही अदाएं। शायद ही आफिस में ऐसा कोई...
बूमरैंग
अपराजिता अनामिका II रसोई से आती आवाजों ने निशा की नींद मे खलल डाल दी थी । अपना गाऊन लापरवाही से...
कजरी का मूक प्रेम
राधिका त्रिपाठी II तब प्यार होता था। मगर मन में दबा कर रह जाती थीं लड़कियां। उस उम्र में कजरी का...
ये दुनिया मिल भी जाए तो क्या है….
संजय स्वतंत्र II लालकिले पर आजादी का जश्न मनेगा। इसे देखने मैं स्कूल के दिनों में जाया करता था। तब...
एक खामोश इंतजार…
उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। क्योंकि उसकी सगाई सहपाठी से हो रही थी। वह अपनी अनामिका अंगुली में...
मुहल्ले का रावण
रमेशचंद्र शाह II नाम उनका कादिर मियाँ था, पर पूरे टिकुरिया मुहल्ले में उन्हें कोई इस नाम से नहीं...
और फोन बजता रहा…
अमनदीप गुजराल ‘विम्मी’ II अंधेरा अपनी जगह बना रहा था, सांझ एक खूबसूरत सा समां बांध रही थी। मंद-मंद...
मिसेज़ मिगलानी का तमाचा
डॉ० अंकुश शर्मा II मिसेज़ मिगलानी, सीनियर हिन्दी टीचर, क्या मैं पूछ सकता हूँ कि ऐसी क्या सिचुएसन...
छोटी बहू
रत्ना पांडे II घनश्याम अपनी पत्नी शामली के साथ रहते थे। मध्यम वर्ग के घनश्याम के माता-पिता का...
