प्रताप नारायण सिंह II इस लेख में आधुनिक हिन्दी काव्य के दूसरे भाग की ओर चलते हैं – छायावाद के...
आलेख
उच्च शिक्षा में संकीर्णता
प्रो सदानंद शाही II उच्च शिक्षा के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं। पहले से मौजूद ज्ञान का अध्ययन, नए...
आधुनिक हिन्दी काव्य की यात्रा (भाग-१)
प्रताप नारायण सिंह II पिछले तीन महीनों में मैंने आधुनिक हिन्दी काव्य के १४ युग-प्रतिनिधि कवियों की...
महादेवी के काव्य में प्रतीक योजना
प्रताप नारायण सिंह II महादेवी के काव्य में प्रतीक योजना पर दृष्टि डालने से पहले हम बिम्ब और प्रतीक...
मैथिलीशरण गुप्त की कविताओं में किसान जीवन
प्रताप नारायण सिंह II किसान जीवन के यथार्थ को गुप्तजी ने बिना किसी अतीत का सहारा लिए ठोस सामाजिक...
वैदिक युग से आधुनिक युग तक नारी की यात्रा (महिला दिवस विशेष )
मीना प्रजापति II जब हम तुलना करते हैं और किसी एक को चुनते हैं तो देखते हैं कि कौन सा काल कम बुरा...
होली के दिन सब मिल जाते हैं…
अश्रुतपूर्वा II बसंत पंचमी खत्म होते ही हम लोग होली का इंतजार करने लगते हैं। होली का रंग दस-पंद्रह...
संस्कृत साहित्य में प्रेमतत्व: दुर्लभ बिम्ब विधान (द्वितीय भाग)
प्रो रमाकांत पांडेय II भवभूति के मालतीमाधव में भी प्रेम का निरूपण हुआ है। प्रेम की अन्तरंगता...
संस्कृत साहित्य में प्रेमतत्त्व: आदिकाव्य रामायण की उद्गमभूमि...
प्रो रमाकांत पांडेय II “प्रीञ् “तर्पणे (प्रसन्न करना ) धातु से “प्रिय” शब्द बना है। इस “प्रिय” शब्द...
श्रद्धा की विदाई का शोकगीत
प्रो. सदानन्द शाही II आजकल श्रद्धा हत्याकांड चर्चा में है। प्रेमी ने साथ रह रही श्रद्धा की हत्या की...
सिनेमा और सपनों के पार ले जाता लेखक
अश्रुतपूर्वा II सपनों के पार अगर लेखक जाता है तो फिल्मकार उन सपनों को पर्दे पर उतार देता है। वरिष्ठ...
स्त्री सोच का स्वतंत्र आसमान
डॉ सांत्वना श्रीकांत II जब बात किसी विचारधारा या सोच की हो तो सबसे पहले अमुक सोच/विचारधारा के...
