अतुल मिश्र II मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया। पहले सरकार बनी। फिर सौदेबाजी हुई कि जब हमारे समर्थन से...
साहित्य आरोहण
स्त्रियों की अस्मिता तलाशती किताब
अश्रुतपूर्वा संवाद II नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से आधुनिक स्त्री विमर्श में डॉ. सांत्वना श्रीकांत...
कुछ कही, कुछ अनकही
अश्रुत पूर्वा संवाद II लेखक अपने परिवेश से बेहद गहराई से जुड़ा होता है। उसे जो दिखता है, वह लिखता...
होली के रंग और हम
अतुल मिश्र II इधर, जैसे-जैसे होली करीब आ रही है, हमने खुद को समेटना शुरू कर दिया है हमने अभी से...
साज-बाज : स्त्री पुरुष संबंधों का ताना-बाना
अश्रुत पूर्वा संवाद II नई दिल्ली। किस्सागोई की दुनिया में प्रियंका ओम एक खास नाम है। वे अपनी सृजना...
आज भी सवाल, स्त्री क्यों डरती है
अश्रुत पूर्वा संवाद II सचमुच यह एक बड़ा सवाल है। यह सवाल समाज के संवेदनशील लोगों को खटकना चाहिए। उन...
सत्ता में कालिख को खुरचने की कोशिश है ‘नक्काश’
अश्रुत पूर्वा संवाद II राजनीति है ही ऐसी। यह भाई-भाई में, भाई-बहन में या चाचा भतीजे में ही नहीं...
शिव से मैं हुई शिवमय
अश्रुत पूर्वा संवाद II नई दिल्ली। कवयित्री शिल्पी अग्रवाल का काव्य संग्रह ‘शिव से मैं’ को पढ़ते हुए...
भावों का संग्रह है ‘अंतर रश्मियां’
अश्रुत पूर्वा संवाद II नई दिल्ली। एक लेखक के भाव उमड़ते हैं तो शब्दों के माध्यम से कागज पर उतरते...
हर पतंग कुछ कहती है…
रश्मि वैभव गर्ग II हर पतंग नील गगन से कुछ कहती है…किसी पतंग के कटने से कहां अंबर झुका हैकिसी...
वो शक्ति थी
अभिषेक कुमार II वो शक्ति थी ,(या ) सौंदर्य थी,सहज थी,(या ) सरल थी,संपन्न थी,(या) संपूर्ण थी ।। मैं...
भाषण एक नेता का
अतुल मिश्र II ‘देश के ऊपर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।’ भाषण वाले मंच पर मंडराते चील-कौओं की ओर...
