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नहीं रहे मलयालम कवि एस रमेशन

फोटो : साभार गूगल

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। विख्यात मलयालम कवि एस रमेशन का पिछले दिनों निधन हो गया। उनके परिवार के लोगों ने यह जानकारी दी। कोच्चि से आई खबरों के मुताबिक प्रगतिशील आंदोलन के प्रचारक और कवि रमेशन ने बीते गुरुवार को अपने घर पर अंतिम सांस ली। वे 69 वर्ष के थे। रमेशन का कोट्टायम जिले के वैकोम में 1952 में रमेशन का जन्म हुआ था।

जाने माने मलायम कवि  शिधिला चित्रंगल, निककारोदुम पकायिला और कलुषिता कलम जैसी पुस्तकें लिखीं। ये सभी अपने समय की चर्चित किताबें हैं। रमेशन ने 1996-2001 के दौरान सांस्कृतिक मामलों के तत्कालीन मंत्री टीके रामकृष्णन के अधीन अतिरिक्त निजी सचिव के रूप में काम किया।

रमेशन को अपनी साहित्यिक कृतियों के लिए केरल साहित्य अकादेमी पुरस्कार और आसन स्मृति कविता पुरस्कार सहित कई सम्मान मिले। वे 2007 में अतिरिक्त विकास आयुक्त के पद से सेवानिवृत्त हुए।

रमेशन के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। कवि के निधन पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा कि रमेशन के निधन से राज्य के प्रगतिशील, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र और विशेष रूप से पुरोगमना कला साहित्य संघम को गहरा नुकसान हुआ है। (स्रोत : एजंसी)

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