अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। दिनयार पटेल द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी दादाभाई नौरोजी की जीवनी को ‘कमलादेवी चट्टोपाध्याय एनआइएफ पुस्तक पुरस्कार’ 2021 के लिए चुना गया है। ‘न्यू इंडिया फाउंडेशन’ के अनुसार ‘नौरोजी: पायनियर आॅफ इंडियन नेशनलिज्म” को अंतिम छह किताबों में से चुना गया है।
एनआइएफ के मुताबिक राजनीतिक विशेषज्ञ नीरजा गोपाल जयल की अध्यक्षता वाले निर्णायक मंडल ने इस पुस्तक का चयन किया। निर्णायकों में इतिहासकार श्रीनाथ राघवन, नंदन नीलेकणी, मनीष सभरवाल और नयनजोत लाहिड़ी शामिल थे। यह पुस्तक हार्वर्ड यूनिर्विसटी प्रेस की ‘नौरोजी: पायनियर आॅफ इंडियन नेशनलिज्म’, भारत के राष्ट्रवादियों में से एक की अनुकरणीय जीवनी है। इसे बड़ी स्पष्टता के साथ और विस्तार से लिखा गया है। अपनी पुस्तक में दिनयार पटेल ने दादाभाई नौरोजी के जीवन और उनकी विरासत के अलावा स्वतंत्रता के लिए भारत के आंदोलन में उनकी बड़ी भूमिका को भी दुनिया के सामने रखा।
बता दें कि एनआइएफ पुस्तक पुरस्कार की शुरुआत तीन साल पहले हुई थी। यह पुरस्कार एक वर्ष पहले प्रकाशित किताबों का आकलन के करने के बाद दिया जाता है। पुरस्कृत लेखक को प्रशस्ति पत्र और 15 लाख रुपए नकद दिए जाते हैं। दिनयार पटेल को चार दिसंबर को यह पुरस्कार दिया जाएगा। (इनपुट एजंसी)
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