स्वास्थ्य

सिर दर्द को सिर्फ सिर दर्द न समझिए

अश्रुत पूर्वा II

अकसर लोग कामकाज के दबाव में सिरदर्द महसूस करते हैं। ज्यादा होने पर हम काम रोक देते हैं या दवा खाकर इंतजार करते हैं कि यह ठीक हो जाए। आखिरकार सिरदर्द भी आपसे हार मान लेता है। लेकिन सिरदर्द हद से ज्यादा बढ़ जाए तो अस्पताल जाना चाहिए। ऐसा डाक्टर मानते हैं। क्योंकि सिरदर्द के गंभीर और संभावित कारणों में रक्तस्राव हो सकता है। या ट्यूमर की कोई समस्या हो सकती है।

अचानक तेज दर्द जो पहले कभी नहीं नहीं हुआ तो यह चिंता का विषय है। व्यायाम के बाद बढ़ जाने वाला सिर दर्द, गर्दन में अकड़न (सिरदर्द शुरू होने के बाद से नया) और तेज बुखार जो खुद से ली गई दर्द निवारक दवा के बाद भी कम नहीं होता। तो इसे भी अनदेखा नहीं किया जा सकता।

गर्भवती या हाल ही में गर्भवती महिलाएं, जिन्हें अचानक गंभीर सिरदर्द होता है। उन्हें भी ध्यान रखना चाहिए। वे लोग जिनकी प्रतिरक्षा  प्रणाली कमजोर है, उन्हें भी खास ध्यान रखना चाहिए। यह अच्छी बात है कि ज्यादातर सिरदर्द कम गंभीर होते हैं, और बिना अस्पताल जाए साधारण दवा से ठीक किया जा सकता है। लेकिन फिर भी सचेत रहना चाहिए? लेकिन ध्यान रहे सिर्फ इसलिए कि आपको अस्पताल जाने की जरूरत नहीं, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको ध्यान नहीं रखना चाहिए, खासकर नियमित सिरदर्द हो रहा हो।

अपने सिरदर्द का रिकॉर्ड रखें। इससे उपचार में मदद मिलती है। अपने डाक्टर को हर छोटी चीज बताएं। वह आपसे पूछ सकता है – क्या दर्द किसी खास वजह से होता है? संभावित सामान्य कारणों में निर्जलीकरण, आंख/गर्दन में खिचाव, दांत पीसना, नींद की कमी या कैफीन वाले पेय की की आदत शामिल हैं। यहां तक कि नियमित दर्द निवारक लेने से भी सिरदर्द हो सकता है यानी इलाज ही मर्ज का कारण बन सकता है। और यह भी कि आपके सिर में दर्द कहाँ है?

डॉक्टर के पास जाने से पहले एक डायरी बनाएं और उसमें अपने सिरदर्द का रिकॉर्ड रखें। इससे उपचार में मदद मिलती है। अपने डाक्टर को हर छोटी चीज बताएं। वह आपसे पूछ सकता है – क्या दर्द किसी खास वजह से होता है? संभावित सामान्य कारणों में निर्जलीकरण, आंख/गर्दन में खिचाव, दांत पीसना, नींद की कमी या कैफीन वाले पेय की की आदत शामिल हैं। यहां तक कि नियमित दर्द निवारक लेने से भी सिरदर्द हो सकता है यानी इलाज ही मर्ज का कारण बन सकता है। और यह भी कि आपके सिर में दर्द कहाँ है?

आपके सिरदर्द के साथ कोई अन्य लक्षण भी हो सकता है। माइग्रेन के दर्द से पहले कुछ अलग (जैसे प्रकाश की चमक) जैसा महसूस हो सकता है, और इसमें अक्सर मतली या उल्टी, शोर और प्रकाश के प्रति अत्यधिक संवेदनशीलता, और धुंधली नजर होने जैसे लक्षण शामिल होते हैं। बुखार, गंध के प्रति एक बदली हुई भावना, थकान और आपके कानों में दबाव साइनसिटिस से जुड़े लक्षण हो सकते हैं। कुछ सिरदर्द, जैसे माइग्रेन या तनाव अथवा सिरदर्द, कुछ खाद्य पदार्थों, नींद की कमी, विशेष गंध, या भावनात्मक तनाव सहित कई कारणों से बढ़ सकते हैं। यही नहीं मासिक चक्र के साथ हार्मोनल सिरदर्द हो सकते हैं। एक बार सिरदर्द की वजहों पर ध्यान देने के बाद, आप सिरदर्द को जल्दी से ठीक करने और उसका इलाज करने में सक्षम हो सकते हैं। इसलिए सिरदर्द को सिर्फ सिरदर्द मत समझिए। (इनपुट एजंसी)

About the author

AK Arun

डॉ. एके अरुण देश के प्रख्यात जन स्वास्थ्य विज्ञानी हैं। वे कई पुस्तकों के लेखक और संपादक हैं। साथ ही परोपकारी चिकित्सक भी। वे स्वयंसेवी संगठन ‘हील’ के माध्यम से असहाय मरीजों का निशुल्क उपचार कर रहे हैं। डॉ. अरुण जटिल रोगों का कुशलता से उपचार करते हैं। पिछले 31 साल में उन्होंने हजारों मरीजों का उपचार किया है। यह सिलसिला आज भी जारी है। कोरोना काल में उन्होंने सैकड़ों मरीजों की जान बचाई है।
संप्रति- डॉ. अरुण दिल्ली होम्योपैथी बोर्ड के उपाध्यक्ष हैं।

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