सागर II
खाली रस्ता देख निहारा जैसे तैसे,
हमने तन्हा वक्त गुजारा जैसे तैसे।
वो बोले थे हम तुमको मिलने आएंगे,
इसके सदके चांद उतारा जैसे तैसे।
आ इश्क लड़ा था दिल पे एक जमाने में,
चुपके-चुपके सांप वो मारा जैसे-तैसे।
पहली बार मिले थे जिसको मयखाने में,
साकी उसका नाम पुकारा जैसे-तैसे।
सोचा था उसको हम सीने से लगाएंगे,
फिर मन को मुश्किल से मारा जैसे-तैसे।