कविता सामाजिक सशक्तिकरण

पूर्व पति की पत्नी को एक पत्र

सिंहली कवि शशिक सदीप II

औरतें चाहतीं हैं एक ही सीने पर सोना
वहीं सीने पर ही जी-जी के मरना
प्यार की एक भी बूंद बांटने नहीं देना चाहतीं वे
वे चाहती हैं कि सब कुछ पास रहे उनके।

कानून हमारे प्यार का गला घोंटना चाहता है
साथ रह कर ही बीता है हमारा चार वर्ष,
उसकी हरेक सांस के अंतर को जानती हूं
सुनो, वह सब कुछ जो तुम नहीं जानती।

सब्जियां हमेशा तीखी बना लेना
चाय गर्मी में कभी मत बनाना,
दवा बिस्तर के पास है देख लेना…
जुकाम हो जाए तो
दवा रात को ही पिलाना

जैसे भगवान वैसे हैं बाबू जी
प्यार दो सेवा करो
बुढ़िया के साथ रहना मुश्किल तो होगी
आएगी हमेशा चाटने सब्जी का नमक
तुम सहन कर लेना
क्योंकि वे उसे बहुत प्यार करते हैं।

हरेक महीने तनख्वाह मिलने के दसवें दिन तक
पीकर, झूमता-लुढ़कता आएगा वह,
फिर तुम्हें सारा घर साफ करना पड़ेगी
तुम उसे मत डांटना।

नादान होंठों पर नशा ही होगा
मुझ से ज्यादा तुम उसे चुमोगी,
आधी रात तुम लाडली मत बनना
वे चाहते हैं कि
सिर पे हाथ फेरते हुए सोना

कुछ ही दिनों के बाद वे बोलने लगेंगे
जानू! मैं चाहता हूं नन्हे-से मुन्ने को देखना
मैं नहीं कर सकी उसको पिता जी
हो सके तो तुम उसे पिता जी बनाना

पंख आते ही सब चाहते हैं खुद पंख फड़फड़ाना
वक्त लगता है उड़ते हुए पूरा अंबर देखने में
शहद के लालची तोड़ सकते हैं मधु के छत्ते
शिकारी नहीं जानते घोंसले कैसे बनते हैं।

दे दी थी मैंने अपनी जान
तुम उसका ख़्याल रखना बहुत,
मैं तो हार गई
अब लौटना ही होगा,
तुम उसे रख लेना पास
चूम लेना हमेशा
पर कभी-कभी
मुझे भी उसे देखने की इजाजत देना।

अनुवादक- सुगंधि कुलसिंघे

About the author

सुगंधि कुलसिंघे

सुगंधि कुलसिंघे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से हिंदी में एमए करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही हैं। उन्होंने उर्दू की भी पढ़ाई की हैं। हिंदी में कविता लिखती हैं। वे अपने देश श्रीलंका की सिंहली भाषा के साहित्य का हिंदी में अनुवाद करती है। सुगंधि यूट्यूब के जरिए सिंहली भाषियों को हिंदी लिखना पढ़ना और बोलना सीखा रही हैं। इस तरह उन्होंने हजारों लोगों को हिंदी सिखाई है। इसके लिए उन्हें कोई सरकारी मदद नहीं मिलती है। उनका हिंदी प्रेम बहुत अद्भुत है।
हिंदी की सेवा करने के लिए केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा ने उनको सम्मानित किया है। हिंदी भाषा के विकास के लिए उनको काका साहब कालेलकर राष्ट्रीय सम्मान देने की घोषणा की गई है।

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