स्वास्थ्य

इन सब्जियों को पका कर खाएं तो सेहत रहेगी दुरुस्त

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। आज के दौर में सब्जियां इतनी महंगी हो गई हैं कि क्या खाएं और क्या न खाएं? फिर भी मौसमी सब्जियों को देखें तो वे कुछ सस्ती मिल जाती हैं, और इन्हें लोगों को खाना ही चाहिए क्योंकि स्वास्थ्य के लिहाज से यह अच्छा है। अकसर लोग सब्जियों को पका कर खाते हैं जिससे इसके पौष्टिक तत्त्व न के बराबर रह जाते हैं। मगर जो कांटिनेंटल खाने के महत्व को जानते हैं वे हाफ बॉयल यानी आधी पकी सब्जियों को महत्त्व देते हैं। फिर भी कुछ सब्जियां ऐसी हैं जिन्हें आप पका कर खाएंगे तो सेहत दुरुस्त रहेगी।

दुनिया भर में कच्ची सब्जियों के सेवन का चलन है। इसके लिए तर्क दिया जाता है कि इन्हें खाना सेहत के लिए के लिए बेहतर होता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि सभी कच्ची सब्जियां अधिक पौष्टिक होती हैं। सच यह है कि कुछ सब्जियां पकाए जाने पर अधिक पौष्टिक हो जाती हैं। जानिए ऐसी कुछ सब्जियों के बारे में, जिन्हें पका कर खाना स्वास्थ्य के लिए कितना बढ़िया है।

दरअसल, सभी जीवित चीजों की तरह सब्जियों में भी कोशिकाएं होती हैं। यही वजह है कि सब्जियों में कुछ महत्त्वपूर्ण पोषक तत्व कभी-कभी इन कोशिकाओं में फंसे रह जाते हैं। जब सब्जियां पकाई जाती हैं, तो ये कोशिकाएं टूट जाती हैं, जिससे पोषक तत्व बाहर निकल आते हैं और शरीर अधिक आसानी से इन्हें अवशोषित कर सकता है। यह आसानी से पच भी जाता है। तो आइए जानते है ऐसी ही कुछ सब्जियों के बारे में।

पहले हम मशरूम के बारे में जानते हैं। मशरूम में एंटीआक्सीडेंट एर्गोथायोनीन होता है। जब हम इसे पकाते हैं तो यह तत्त्व बाहर निकल जाता है। एंटीआॅक्सीडेंट ऐसे रसायनों को खत्म कर देता है, जो हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कोशिकाओं को नुकसान होने का कारण बीमारियां और उम्र बढ़ने लगती है। इस लिहाज से देखें तो मशरूम सेहत के लिए अच्छा है। इसे पका कर खाएं। वैसे भी स्वाद में यह मजेदार होता है।

  • दुनिया भर में कच्ची सब्जियों के सेवन का चलन है। इसके लिए तर्क दिया जाता है कि इन्हें खाना सेहत के लिए के लिए बेहतर होता है। हालांकि ऐसा नहीं है कि सभी कच्ची सब्जियां अधिक पौष्टिक होती हैं। सच यह है कि कुछ सब्जियां पकाए जाने पर अधिक पौष्टिक हो जाती हैं।

अब गाजर के बारे में जानते हैं। हम से ज्यादातर लोग सलाद में गाजर का इस्तेमाल करते हैं। कई बार कच्चा भी खा जाते हैं। मगर पकी हुई गाजर में कच्ची गाजर की तुलना में अधिक बीटा-कैरोटीन होता है, जिसे शरीर विटामिन ए में बदल देता है। वसा में घुलनशील यह विटामिन हड्डियों के विकास, प्रतिरक्षा प्रणाली और आंखों के लिए बहुत फायदेमंद  होता है। वहीं गाजर को छिलके के साथ पकाने से उनकी एंटीआॅक्सीडेंट दोगुनी हो जाती है। आपको गाजर को काटने से पहले पूरी तरह उबाल लेना चाहिए। गाजर को तलने से बचना चाहिए क्योंकि इससे कैरोटीनॉयड की मात्रा कम हो सकती है।

इसी तरह हम कच्चा टमाटर खूब खाते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि टमाटर को किसी भी तरीके से पकाने पर इसमें एंटीआक्सीडेंट लाइकोपीन काफी बढ़ जाता है। कहा जाता है कि लाइकोपीन से हृदय रोग और कैंसर सहित कई पुरानी बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है। टमाटर में लाइकोपीन की मात्रा इसे पकाने से बढ़ती है। इसे पकाने से इसकी मोटी कोशिकाएं टूट जाती हैं, जिनमें कई महत्त्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं।

इसी तरह शतावरी को पकाने से भी इसकी कोशिकाएं टूट जाती हैं, जिससे विटामिन ए, बी 9, सी और ई बाहर निकल जाते हैं। यों शतावरी महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है। यह महिलाओं के प्रजनन हार्मोन के लिए काफी लाभकारी होती है। यह उनकी यौन समस्याओं को भी ठीक करने के लिए जानी जाती है। इसके अलावा यह कई बीमारियों से लड़ने में भी सहायता करती है।

अब हम बात करते हैं कि पालक की। तो जैसा कि आप जानते हैं कि पालक में आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक जैसे महत्त्वपूर्ण पोषक तत्व होते है। इसे पकाए जाने पर पोषक तत्व अधिक आसानी से अवशोषित हो जाते हैं। पालक को गर्म करने से एक प्रकार का कैल्शियम निकलता है, जिसे शरीर जरूरत के हिसाब से अवशोषित कर लेता है। अनुसंधान बताते हैं कि पालक को भाप देने से फोलेट (बी9) का स्तर बना रहता है, जिससे कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो सकता है। तो ये सब्जियां हम पका कर खाएं और स्वस्थ रहें। (यह प्रस्तुति एजंसी की खबरों पर आधारित है।)

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