अश्रुत पूर्वा II
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने विविध कलाओं में पारंगत 84 कलाकारों को पिछले दिनों सम्मानित किया। इन सबकी आयु 75 वर्ष से अधिक थी। विविध प्रदर्शन कलाओं से जुड़े इन बुजुर्ग कलाकारों को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सम्मानित किया। ये सुगम संगीत, कर्नाटक गायन संगीत, नृत्य, कथक, कुचिपुड़ि, हिंदुस्तानी वाद्य संगीत, नाट्य लेखन-प्रदर्शन और भरतनाट्यम से जुड़े कलाकार थे। इन सभी कलाकारों को संगीत नाटक अकादमी अमृत पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
संगीत नाटक अकादमी की ओर से इन सभी कलाकारों को पुरस्कार के अंतर्गत अंगवस्त्र और ताम्रपत्र के अलावा एक लाख रुपए की राशि भी भेंट की गई। दो कलाकारों को यह पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किया गया। बता दें कि यह पहला अवसर था जब इन सभी कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार मिला।
इस समारोह में सबसे सुखद पल यह रहा जब राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने परंपरा तोड़ते हुए मंच से नीचे उतर कर कुछ कलाकारों को सम्मान प्रदान किया। सम्मानित हुए कलाकारों में मणिपुर के सौ साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग कलाकार वाई जात्रा सिंह भी शामिल थे। वे पारंपरिक संगीत नाट्य के कलाकार हैं। इन 84 कलाकारों में से 31 कलाकार दिल्ली में 20 सितंबर तक अपनी कला का प्रदर्शन भी करेंगे।
यह सम्मान समारोह प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पंच प्रण में से एक ‘भारत की विरासत और विरासत पर गर्व’ पर आधारित है