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कमलेश और अनुभा को विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय सम्मान

अश्रुत पूर्वा II

नई दिल्ली। भाषाविद् कमलेश कमल को साल 2022 का विष्णु प्रभाकर राष्ट्रीय सम्मान देने की घोषणा की गई है। पिछले दो दशक से कमल साहित्य और भाषा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। वे आईटीबीपी में उप सेनानायक हैं। कमल के साथ ही चार अन्य लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने के लिए विष्णु प्रभाकर सम्मान दिया जाएगा। इसके अलावा पत्रकारिता और साहित्य के लिए लेखक-पत्रकार एवं कवि संजय स्वतंत्र को विष्णु प्रभाकर विशेष राष्ट्रीय सम्मान देने का एलान किया गया है।  
पुरस्कार चयन समिति के मुताबिक प्लास्टिक कचरे के खिलाफ गांवों और शहरों में अभियान चला रहीं डॉ. अनुभा पुंढ़ीर को पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक कार्य के लिए विष्णु प्रभाकर स्मृति सम्मान देने का एलान किया गया है। बता दें कि अनुभा सुपरिचित नृत्यांगना हैं। वे उत्तराखंड में प्लास्टिक के प्रयोग के खिलाफ लोगों को अपनी संस्था के माध्यम से जागरूक कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने लोगों को कपड़े के थैले भी मुहैया कराए।
अहमदाबाद के जनक दवे को पत्रकारिता के लिए यह सम्मान दिया जा रहा है। जनक ने यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्र में बेहतरीन रिपोर्टिग की है।  गांधीनगर के सीताराम बरोट ‘सत्यम’ को शिक्षा के लिए और दिल्ली की अपर्णा को कला के लिए विष्णु प्रभाकर स्मृति सम्मान दिया जा रहा है। बरोट ने कला प्रदर्शन के जरिए बच्चों शिक्षित करने में बड़ी भूमिका निभाई है।
विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान के मंत्री अतुल कुमार के मुताबिक इस साल  सम्मान समारोह 17 जून को दिल्ली स्थित सन्निधि सभागार में आयोजित किया जाएगा। बीते एक दशक से हर साल जून में विष्णु प्रभाकर सम्मान और दिसंबर में काका साहब कालेलकर सम्मान उल्लेखनीय कार्य करने वाले पांच-पांच युवाओं को दिया जाता है। इन दोनों सम्मानों का साहित्य जगत में विशेष महत्व है। इस बार पांच युवाओं को सम्मान देने के अलावा विशेष राष्ट्रीय सम्मान देने की भी घोषणा की गई। इस सम्मान के लिए जनसत्ता के पत्रकार संजय स्वतंत्र का चयन किया गया।

प्लास्टिक कचरे के खिलाफ गांवों और शहरों में अभियान चला रहीं डॉ. अनुभा पुंढ़ीर को पर्यावरण संरक्षण के लिए विष्णु प्रभाकर स्मृति सम्मान देने का एलान किया गया।

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